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सबसे ऊंची मूर्ति की स्थापना

  • 17 Oct 2022

ओंकारेश्वर में ग्यारह साल के शंकराचार्य की पहली मूर्ति लगेगी, लिफ्ट-सीढिय़ों से दर्शन
खंडवा। जिले के ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की देश की पहली 108 फीट की सबसे ऊंची मूर्ति की स्थापना को लेकर तेजी से काम चल रहा है। ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य के 11 साल के बाल्य स्वरूप की मूर्ति लगेगी। प्रदेश की 23 हजार पंचायतों से जुटाई कॉपर, टिन, जिंक व अन्य धातुओं के मिश्रण से यह मूर्ति बनेगी। 100 टन की यह मूर्ति 50 फीट ऊंचे भव्य और कलात्मक आधार पर खड़ी होगी। मूर्ति का मुख दक्षिण दिशा में यानि ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग और नर्मदा की ओर रहेगा। प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत ने 11 साल के शंकराचार्य का दुर्लभ चित्र तैयार किया है।
इसके आधार पर मूर्ति का निर्माण अभी पहले चरण में है। जाने-माने शिल्पकार भगवान रामपुरे उनके मार्गदर्शन में मूर्ति तैयार कर रहे हैं। श्रद्धालु लिफ्ट और सीढिय़ों से दर्शन के लिए आदि गुरु के सम्मुख पहुंच सकेंगे। ओंकार पर्वत पर मूर्ति लगाने के लिए समतलीकरण का काम लगभग पूरा हो गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर दो हजार करोड़ खर्च की स्वीकृति प्रदेश सरकार ने दी है। ओंकारेश्वर में यह 'एकात्मता का वैश्विक केंद्रÓ बन रहा है।
पहले 3.5 फीट, फिर 11, आिखर में 108 फीट की प्रतिमा बनेगी
पहले चरण में साढ़े तीन फीट की मूर्ति प्लास्टिसिन क्ले से बन रही है। दूसरे चरण में यह 11 फीट की बनेगी। इन दोनों मूर्तियों के बनने के बाद अष्टधातु से 108 फीट की मूर्ति बनेगी। पहले साढ़े तीन और 11 फीट की मूर्ति बनाने का उद्देश्य यह है कि जब 108 फीट की मूर्ति बनाई जाए तो उसमें किसी भी तरह की कमी न रहे। मूर्ति पर प्रो यूरो कलर होने से बारिश और धूप का कोई प्रभाव नहीं होगा। लगभग 28 हैक्टेयर जमीन में बन रहे इस स्मारक का लोकार्पण अगले साल सितंबर तक करने की योजना है। मूर्ति के अलावा इसके विशाल परिसर को एक नॉलेज सेंटर के रूप में विकसित होना है।