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सबसे ज्यादा इंदौर में हुई खुदकुशी

  • 01 Nov 2021

भोपाल दूसरे और ग्वालियर तीसरे नंबर पर, एनसीआरबी ने जारी किए वर्ष 2020 के आंकड़े
इंदौर। तेजी से महानगर का रूप लेते जा रहे शहर इंदौर में तेजी से आत्महत्या के मामले भी बढ़े हैं। प्रदेश की आर्थिक राजधानी और सीएम शिवराजसिंह चौहान के सपनों के शहर में कई लोग किसी न किसी कारण से जिंदगी से हार गए और मौत को गले लगा लिया। तीन दिन पहले नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी किए गए आंकड़े देखें तो प्रदेश में आत्म हत्याओं के मामलों में इंदौर पहले, भोपाल दूसरे और ग्वालियर तीसरे नंबर पर है। खुदकुशी का खतरनाक कदम उठाने वाले एक दो नहीं, बल्कि सवा छह सौ से अधिक है।
आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा 644 इंदौर, दूसरे पर भोपाल 416 और 242 आत्म हत्याओं के साथ जबलपुर चौथे स्थान पर है। इंदौर और भोपाल में 2019 के मुकाबले 2020 में आत्महत्या के मामले बढ़े हैं। वहीं ग्वालियर और जबलपुर में कम हुए हैं।
ग्वालियर में 2019 के मुकाबले 2020 में आत्म हत्याओं के मामले में थोड़ी कमी आई है। 2019 में 295 लोगों ने आत्महत्या की थी। वहीं 2020 में 293 लोगों ने आत्महत्या की है।  पारिवारिक समस्याओं को लेकर ग्वालियर में 85 लोगों ने जान दी। इनमें 68 पुरुष और 17 महिलाएं हैं। वहीं इंदौर में 253, भोपाल में 48 और जबलपुर में 22 लोगों ने जान दी। दहेज को लेकर सबसे ज्यादा 16-16 महिलाओं ने आत्महत्याएं ग्वालियर और इंदौर में की हैं। जबलपुर में 14 और भोपाल में 12 महिलाओं ने अपनी जान दी।
बीमारी को लेकर ग्वालियर में सबसे ज्यादा आत्महत्या
बीमारी को लेकर प्रदेश में सबसे ज्यादा आत्महत्या 66 ग्वालियर में हुई हैं। 2020 में बीमारी को लेकर 49 पुरुष और 19 महिलाओं ने जान दी। इसी तरह भोपाल में 64, जबलपुर में 53 और इंदौर में 24 लोगों ने बीमारी से परेशान होकर अपनी जिंदगी समाप्त कर ली।
बेरोजगारी के कारण भी दी जान
प्रदेश में बेरोजगारी को लेकर भी लोगों ने अपनी जान दी है। ग्वालियर में 3 लोगों ने आत्महत्या की। वहीं भोपाल में 13 लोगों ने आत्महत्या की। जबकि इंदौर और जबलपुर में बेरोजगारी को लेकर कोई जान नहीं गई।