अक्षया हत्याकांड की गवाह बोली- मुझे जान का खतरा
ग्वालियर। बाल सम्प्रेक्षण गृह से 6 अपचारियों (इनमें चार हत्या के आरोपी) के भागने के वीडियो सामने आए हैं। इनमें साफ दिख रहा है कि एक साथ किस तरह प्री प्लान कर बाल अपचारी भागे हैं। एक अपचारी को गार्ड पकड़ते दिख रहा है।
अक्षया हत्याकांड में गवाह अक्षया की सहेली के घर पुलिस ने पहरा लगा दिया है। अक्षया की सहेली ने अपनी जान को खतरा बताया है। भागने वाले बाल अपचारियों में से 3 अक्षया हत्याकांड के के मुख्य आरोपी हैं।
तीन दिन से चल रही थी प्लानिंग
पुरानी छावनी से पकड़ा गया बदमाश मुन्ने (बदला हुआ नाम) बेहद शातिर है। पुलिस ने बाल सम्प्रेक्षण गृह के CCTV कैमरे खंगाले तो तीन दिन से इन सभी के हाव भाव में एक बदलाव दिखा। इनको जब भी बाहर लाया जाता था, तब यह मैनगेट के पास वाली दीवार के पास ही दिखाई दे रहे थे। बाउंड्री वॉल पर पूरे एरिया में कांच के टुकड़े लगे हैं, लेकिन जहां से आरोपी भागे वहीं दीवार सपाट है। इसके बाद गुरुवार सुबह 9 बजे जब उनको घुमाने के लिए बाहर लाया गया तो उन्होंने अपनी योजना को अंजाम दिया और भाग गए। CCTV कैमरों में उनकी पूरी प्लानिंग कैद हुई है।
बार-बार जमानत आवेदन हो रहे थे खारिज
पूर्व डीजीपी सुरेन्द्र यादव की भतीजी की हत्या (अक्षया हत्याकांड) के तीन आरोपी भी बेहद शातिर और पेशेवर हैं। कोचिंग से लौटते समय उन्होंने छात्रा की बीच बाजार गोली मारकर हत्या कर दी थी। उनकी टारगेट अक्षया न होकर उसकी सहेली व करुणा शर्मा की बेटी थी। यह तीनों आरोपी लगातार कोर्ट में जमानत के लिए आवेदन कर रहे हैं। अक्षया की सहेली जिसे यह टारगेट कर आए थे, वह इनसे जान को खतरा बता चुकी है। जिस कारण बार-बार इनके जमानत के आवेदन खारिज हो जाते हैं। इसी कारण भागने के बाद गवाह के घर पर पुलिस का पहरा बढ़ा दिया गया है।
12 आरोपियों पर सिर्फ दो पहरेदार
बाल सम्प्रेक्षण गृह में कुल 12 आरोपी थे। जिन पर नजर रखने के लिए 16 CCTV कैमरे के अलावा दो पहरेदार हैं। एक निहत्था होमगार्ड जवान और दूसरा रसोइया था। ऐसे में आरोपियों के बाल सम्प्रेक्षण गृह से भागने में अपने आप में एक बड़ी लापरवाही व चूक सामने आ रही है।