मुजफ्फरनगर. इंटरनेट के इस दौर में जीवन जीने के मायने भी बदल गए है. कभी संयुक्त परिवार का दौर था जो अब धीरे-धीरे एकल परिवार के चलन में तब्दील हो गया है. घर के बुजुर्ग, जिन्हें कभी परिवार का पिलर कहा जाता था उन्हें अब बोझ समझा जाने लगा है. जिन वृद्धाश्रमों की संख्या कभी गिनी-चुनी होती थी आज उनकी संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. बुजुर्गों पर अपने ही परिवार में दुर्व्यवहार के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से सामने आया है जहां 80 साल के बुजुर्ग ने बेटे और बहू से परेशान होकर अपनी संपत्ति राज्यपाल को दान कर दी.
80 साल के नाथू सिंह पेशे से किसान हैं लेकिन अपने बेटे और बहू की हरकतों से बेहद दुखी हैं. नाथू सिंह का कहना है कि बेटा और बहू उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं, जिससे खफा होकर उन्होंने अपनी करीब 1.5 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति राज्य के राज्यपाल को दान कर दी है. नाथू सिंह इस कदर अपने बेटे से नाराज हैं कि वह नहीं चाहते कि बेटा और बहू उनकी संपत्ति के वारिस हों.
साभार आज तक
उत्तर-प्रदेश
सरकार के नाम लिख दी अपनी डेढ़ करोड़ की संपत्ति, बेटे-बहू से नाराज बुजुर्ग ने अंतिम संस्कार का हक भी छीना
- 06 Mar 2023