जवाब : साहित्य का अलख जगाने के लिए एक दौर था । चाइना ने हिंदुस्तान पर आक्रमण किया भारत और चाइना के बीच में जब युद्ध हुआ तब इंदौर के लोगों ने ,यहां के कवियों ने मिलकर श्री नगेंद्र आजाद जी के के नेतृत्व में ,शहर के चौराहे चौराहे पर देश को जागृत करने के लिए कवि सम्मेलनों की श्रृंखला चलाई थी। डॉक्टर शिवमंगल सिंह सुमन जैसे कवियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। काव्य पाठ किया और प्रेरणा दी की देश की सुरक्षा के लिए भारत माता के कवियों और लेखकों को भी इस तरह से योगदान देकर भारत की जनता को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जागृत करना चाहिए ।
विविध क्षेत्र
सवाल : आपने इंदौर में साहित्य का अलख जगाया है ,बीते दौर में और आज के दौर में आप क्या अंतर पाते हैं ?
- 21 Nov 2022