ग्वालियर। शहर में वायु प्रदूषण के स्तर की सतत निगरानी के साथ ही नियंत्रण के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में अब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ग्वालियर में संचालित होटल, रेस्त्रां और शादी गार्डन/ हॉल पर कार्रवाई करने की तैयारी में है। दरअसल, बोर्ड का मानना है कि यहां खाना बनाने में लकड़ी, कोयला का उपयोग किया जा रहा है।
जिससे वायु प्रदूषण फैलता है। जबकि बोर्ड क्लीन फ्यूल के उपयोग पर जोर दे रहा है। इसी के चलते प्रदूषण बोर्ड ने अब नगर निगम से इन तमाम होटल, रेस्त्रां की जानकारी चाही है। नगर निगम से जानकारी मिलते ही इन प्रतिष्ठानों पर निरीक्षण किया जाएगा, जिससे वहां की वास्तविक स्थिति का पता चल सके।
निर्माणाधीन साइट से बढ़ रहा पीएम-2.5 का स्तर: शहर में निर्माणाधीन इमारतों को पीएम-2.5 के बढ़ते स्तर का प्रमुख कारण माना जाता है। प्रदूषण बोर्ड ने निगमायुक्त किशोर कन्याल को लिखे पत्र में बताया कि निर्माण कार्य विधिवत एनक्लोजर बनाकर किया जाना चाहिए।
इसके साथ ही बिल्डिंग मटेरियल को सड़क पर नहीं रखना चाहिए। वाहनों के पहिए से कुचलकर ये मटेरियल सूक्ष्म कणों में तब्दील हो जाता है। वाहनों के आवागमन से धूल के साथ ही ये सूक्ष्म कण भी हवा में तैरते हैं और पीएम-2.5 के स्तर को बढ़ाते हैं।
ग्वालियर
होटल, रेस्त्रां से भी होता है प्रदूषण, अब इन पर शिकंजा कसेगा बोर्ड; प्रदूषण पर नियंत्रण की कवायद
- 22 Nov 2022