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गुना

हैंडपंप ने उगली शराब, जमीन में 7 फीट नीचे गाड़े कई टैंक...

  • 11 Oct 2022

गुना। पुलिस ने गुना में हैंडपंप चलाया तो शराब निकलने लगी। उसके नीचे खुदाई में अवैध शराब से भरी टंकियां मिली हैं। ये टंकियां जमीन में करीब 7 फीट अंदर थीं। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने बड़ी मात्रा में शराब नष्ट की है।
गुना के चांचौड़ा और राघौगढ़ के 2 गांव। यहां की जमीन कच्ची शराब उगलती है। दरअसल, अवैध शराब बनाने वालों ने यहां 7 फीट गहरे गड्?ढों में टंकियां गाड़ रखी हैं। ऊपर हैंडपंप लगाए हैं, इनसे शराब निकालते हैं। ये शराब पॉलीबैग में भरकर बेचते हैं।
पुलिस ने सोमवार को अवैध शराब के 2 ठिकानों पर छापा मारा। इस दौरान हजारों लीटर कच्ची शराब जब्त की गई। हालांकि, आरोपी भाग निकले। पुलिस ने 8 आरोपियों की पहचान कर ली है। 2 थानों में 8 केस दर्ज किए गए हैं।
चांचौड़ा इलाके का भानपुरा गांव। यहां अधिकतर कंजर समुदाय के लोग रहते हैं। गांव का लगभग हर परिवार कच्ची शराब बनाने का काम करता है। इन्होंने जगह-जगह कच्ची शराब की भट्टियां लगा रखी हैं। इसी तरह राघौगढ़ इलाके का साकोन्या गांव। यहां भी बड़ी मात्रा में कच्ची शराब बनाई जाती है। ये दोनों गांव जंगली इलाके में हैं, इसलिए यह जगह कच्ची शराब बनाने के लिए मुख्य केंद्र बनी हुई हैं। जंगल होने का फायदा पुलिस की दबिश के दौरान भी मिलता है। आरोपी फायदा उठाकर घने जंगलों में भाग जाते हैं।
पुलिस ने खुदाई की तो टंकियां निकलती गईं
भानपुरा में चांचौड़ा दिव्य राजावत और साकोन्या में राघौगढ़ स्ष्ठह्रक्क जीडी शर्मा के नेतृत्व में टीम ने एक साथ छापा मारा। पुलिस को देखते ही आरोपी भाग निकले। सर्चिंग के दौरान जमीन में अंदर शराब के ड्रम मिले। यहां कच्चे झोपड़ीनुमा घर बने हुए थे। पास में पानी का पक्का टैंक बना हुआ था। पुलिस ने खुदाई शुरू की तो एक के बाद एक कई ड्रम जमीन से निकलते गए।
ड्रम के हिसाब से जमीन में गड्ढे खोदे हुए थे। हर गड्ढे की गहराई लगभग 6-7 फीट थी। इनकी चौड़ाई भी ड्रम के हिसाब से होती है। 3 फीट चौड़े ड्रम के लिए लगभग 4 फीट चौड़ा गड्ढा खोदा जाता है। इसी तरह 5 फीट चौड़ाई के ड्रम के लिए लगभग 6 फीट का गढ़ बनाया जाता है। उसमें ड्रम रखकर ऊपर से मिट्टी डालकर बंद कर देते हैं। ऐसे में ऊपर से ड्रम नहीं दिखता।
हैंडपंप से निकालते हैं शराब
चांचौड़ा थाना प्रभारी रवि कुमार गुप्ता ने बताया कि टंकियों से कुछ दूरी पर एक हैंडपंप लगा था। इसी हैंडपंप से जमीन में गड़े हुए ड्रम से आरोपी शराब निकालते थे। फिर उन्हें छोटी थैलियों में भरकर बेचते हैं। एक छोटी थैली की कीमत लगभग 40 रुपए होती है। इसके अलावा 5-5 लीटर की कैन में भी शराब भरकर बेची जाती है। शराब निकालने के लिए हैंडपंप का ही इस्तेमाल किया जाता है। इसमें नीचे एक 8-10 फीट का पाइप जुड़ा हुआ होता है। पाइप को जमीन में अंदर गड़े हुए ड्रम में लगा देते हैं। वहीं, दूसरे पाइप को बाहर रखे छोटे ड्रम में लगाकर शराब उसमें भर देते हैं। यह पानी निकालने वाले हैंडपंप की तरह ही काम करता है।