उज्जैन। उज्जैन रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 व 2 की तरह 7 व 8 पर सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। इसके लिए इनका विस्तार किया जा रहा है। इसके अलावा शहर के पास चिंतामण और विक्रमनगर स्टेशन बनकर तैयार हो गए हैं। सिंहस्थ 2028 में मुख्य स्टेशन पर यात्रियों का दबाव बढऩे पर फ्लैग स्टेशन पर भी सुविधाएं मिलेंगी। रेलवे ने 7 और 8 नंबर प्लेटफॉर्म पर लंबी दूरी की सभी महत्वपूर्ण ट्रेनों के ठहराव की तैयारी कर ली है।
प्लेटफॉर्म के पीछे कंट्रोल रूम भवन का भी निर्माण हो गया है। केबल शिफ्ट करने का काम शुरू हो गया है। यहां पर पटरियां बदलने के साथ प्लेटफॉर्म की ऊंचाई भी बढ़ाई है। माधवनगर से नीलगंगा तक प्लेटफॉर्म का विस्तार किया जा रहा है। इसमें फर्श का काम पूरा हो गया है। शेड का काम शुरू हो गया है।
डीआरएम विनीत गुप्ता के अनुसार नव निर्माण के तहत मुख्य स्टेशन पर यात्री सुविधा केंद्र बनकर तैयार है। इसी क्रम में प्लेटफॉर्म नंबर 7 और 8 का विस्तार किया जा रहा है। काम पूरा होने पर इस ट्रैक से गुजरने वाली लंबी दूरी की ट्रेन को शिफ्ट करने में मदद मिलेगी।
मुख्य रेलवे स्टेशन
यात्री सुविधा केंद्र तैयार : रेलवे स्टेशन के मुख्य भवन के सामने खाली जमीन पर एक नया भवन बनकर तैयार है। यहां पर वीआईपी रूम के अलावा यात्रियों के रूकने की व्यवस्था रहेगी। इस भवन के बनने के बाद यह रतलाम मंडल का सबसे बड़ा स्टेशन हो गया है। रेलकर्मियों के लिए रिटायरिंग रूम भी बनाए हैं। जहां लोको पायलट, गार्ड व अफसर विश्राम कर सकेंगे।
चिंतामण स्टेशन- पूर्वाेत्तर के कलाकारों ने बनाई पेंटिंग
चिंतामण स्टेशन का सिंहस्थ 2028 की दृष्टि से सर्व सुविधा युक्त बनाया है। यहां 800 मीटर लंबा प्लेटफॉर्म बनाया है। इस पर 24 कोच की ट्रेन को खड़ा किया जा सकता है। इसके अलावा दो प्लेटफॉर्म हैं। दो नंबर प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए फुट ओवरब्रिज भी बनकर पूरी तरह तैयार हो गया है। टिकट खिड़की, स्टेशन मास्टर कक्ष, कंट्रोल टावर के साथ पानी की व्यवस्था है। स्टेशन की दीवार पर पूर्वाेत्तर के कलाकारों ने आकर्षक चित्रकारी की है।
विक्रमनगर- दो मंजिला भवन तैयार, विश्राम कर सकेंगे
विक्रम नगर स्टेशन का कायाकल्प हो चुका है। स्टेशन भवन के साथ ही यहां प्लेटफॉर्म की संख्या एक से बढ़ाकर तीन कर दी है। नया फुट ओवरब्रिज, प्रतीक्षालय, टिकट खिड़की, रिटायरिंग रूम का निर्माण करवाया है। सिंहस्थ 2028 के मद्देनजर यह स्टेशन काफी महत्वपूर्ण रहेगा। स्टेशन के सामने रेलवे प्रशासन नए बगीचे का निर्माण करवाने में जुटा है। इससे स्टेशन परिसर की सुंदरता बढ़ेगी। अधिकारियों का कहना है कि इस स्टेशन के बनने से निकट भविष्य में उज्जैन के स्टेशन पर दबाव कम होगा।
उज्जैन
होने लगी सिंहस्थ-2028 की तैयारी, प्लेटफॉर्म नंबर 1 व 2 की तरह बनाएंगे 7 व 8, दो स्टेशन भी तैयार
- 29 Jan 2022