रतलाम। लोकायुक्त पुलिस उज्जैन की टीम ने होमगार्ड के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट कार्यालय में पदस्थ प्रभारी लेखापाल (एएसआइएम) आरोपित जितेंद्र पांडे को कार्यालय में पदस्थ रहे लांस नायक स्व. नानालाल जाट निवासी ग्राम ढिकवा के पुत्र राकेश जाट से 500 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा।
फरियादी राकेश जाट ने बताया कि उसके पिता नानालाल जाट की फरवरी 2021 में तबीयत बिगड़ गई थी। उनके फेफड़ों में इंफेक्शन था, लेकिन कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी। उन्हें मेडिकल कालेज में भर्ती कराया था। तबीयत में सुधार नहीं होने पर उन्हें बाद में बड़ोदरा (गुजरात) के एक निजी अस्पताल ले जाया गया था, जहां 28 फरवरी को उनका निधन हो गया था। करीब 15 दिन पहले होमगार्ड कार्यालय में पदस्थ जितेंद्र पांडे ने फोन कर कहा था विभाग की तरफ से उनके पिता को संचित निधि व कोरोना भत्ते की राशि मिलने वाली है, राशि बैंक खाते में आ जाएगी। इसके बदले उसे तीन हजार रुपये देना होंगे। दस दिन पहले उनकी मां के बैंक खाते में 1 लाख 99 हजार रुपये आए थे। उसने कार्यालय के पास स्थित हनुमान मंदिर पहुंचकर जितेंद्र पांडे को दो हजार रुपये दिए थे। उसने एक हजार रुपये की और मांग करते हुए कहा कि पूरे रुपये नहीं दिए तो अनुकंपा नियुक्ति में परेशानी आएगी। बाद में उसकी मां के खाते में पचास हजार रुपये कोरोना भत्ता (एक्स ग्रेसिया) के भी आए। जितेंद्र लगातार रुपयों के लिए दबाव बना रहा था। उसने लोकायुक्त को शिकायत की। 16 जून को उसने जितेंद्र के आवास पर जाकर पांच सौ रुपये दिए और बातचीत टेप की। लोकायुक्त की टीम डीएसपी वेदांत शर्मा के नेतृत्व में कार्यालय के पास पहुंची और घेराबंदी की। राकेश ने जितेंद्र को जाकर पांच सौ रुपये दिए, जो उसने अपने पर्स में रख लिए। इसके बाद उसने बाहर आकर सिर पर पहनी कैप ऊंची कर इशारा किया, तभी टीम ने जाकर जितेंद्र को पकड़ा और उसके पर्स से रिश्वत के पांच सौ रुपये जब्त कर लिए।
रतलाम
होमगार्ड का प्रभारी लेखापाल रिश्वत लेते गिरफ्तार
- 18 Jun 2021