सीपी शेखर नगर गार्डन में ऐतिहासिक होलकर सिक्कों व राजवाड़ा की पहली पेटिंग का म्युरल देखा
इंदौर। शहर में हेरिटेज वाक का आयोजन किया गया। इसमें देवी अहिल्या शिुशु विहार स्कूल के 10 वीं से 12 वीं कक्षा में पढऩे वाले 15 विद्यार्थी शामिल हुए। हेरिटेज वाक के दौरान हेरिटेज स्पीकर शरवाणी ने विद्यार्थियों को मल्हारराव होलकर के युद्ध कौशल के बारे में बताया।
उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि पुणे के बाजीराव पेशवा कभी नहीं हारे थे, इसमें अहम योगदान मल्हारराव होलकर की रणनीति का भी था। यही वजह है कि पेशवा ने उन्हें सूबेदार बनाया। उस समय मल्हारराव होलकर की पत्नी गौतमा बाई के अनुरोध पर पेशवा ने उन्हें इंदौर में खासगी यानि रानियों की व्यक्तिगत संपत्ति प्रदान की गईं। इसी के नाम पर आज भी इंदौर में खासगी ट्रस्ट संचालित है और होलकरों की संपत्तियों की देख-रेख कर रहा है। उन्होंने बताया कि जब मल्हारराव होलकर सैन्य प्रशिक्षण लेने सबसे पहले कदम बांडे की सेना में भर्ती हुए थे। तब पेशवा ने उन्हें अपनी सेना में शामिल किया तो उन्होंने अपनी टुकड़ी का ध्वज कदम्ब बांडे की टुकड़ी का ही रखा। वही ध्वज बाद में होलकर रियासत का ध्वज बना। छात्रों ने हेरिटेज वाक के तहत रविवार सुबह 9 बजे सबसे पहले सीपी शेखर नगर गार्डन में ऐतिहासिक होलकर सिक्कों व राजवाड़ा की पहली पेटिंग का म्युरल देखा।
इंद्रेश्वर मंदिर भी गए
इसके बाद विद्यार्थियों का दल पंढऱीनाथ व इंद्रेश्वर मंदिर पहुंचा। यहां पर उन्हें इन मंदिरों के इतिहास के बारे में बताया गया। इसके बाद विद्यार्थी इमली साहब गुरद्वारे व जवाहर मार्ग का इतिहास जानते हुए स्टेट बैंक आफ इंडिया जो पूर्व में बैंक आफ इंदूर कहलाती थी। वहां पहुुंचे। वहां पर विद्यार्थियों को इंदौर का आर्थिक इतिहास बताया गया। इसके बाद छात्र राजवाड़ा पहुंचे तो उन्हें यहां अहिल्याबाई होलकर की जीवनी और कार्य की जानकारी दी गई। विद्यार्थियों को अंग्रेजों व होलकरों के संघर्ष के बारे में बताया गया। इसके बाद विद्यार्थियों ने ऐतिहासिक शिव विलास पैलेस का भी निरीक्षण भी किया।
इंदौर
हेरिटेज वाक में विद्यार्थियों ने जाना मल्हारराव होलकर का युद्ध कौशल
- 27 Dec 2021