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इंदौर

हो रही थी ‘कमलनाथ’ की दो नाबालिग बेटियों की शादी

  • 09 Jun 2023

अंक सूची में दर्ज की अलग-अलग जन्मतिथि,विवाह करवाया निरस्त
इंदौर। अपने घर से दूर सुनसान पढ़े शासकीय भवनों में जाकर कमलनाथ अपनी नाबालिग बेटियों का विवाह कर रहा था सूचना मिलने पर दल ने जाकर परीक्षण किया तो बालिकाओं की अंकसूची में अलग-अलग जन्म वर्ष सामने आए आधार कार्ड की जन्म तिथि वह बालिकाओं द्वारा बताई गई तिथि का मिलान नहीं होने पर विवाह निरस्त करवा दिया।
बंगाली चौराहे के पास रहने वाले कमलनाथ ने अपनी नाबालिग बेटियों का विवाह रचाने के लिए घर में जगह कम होने के कारण मजदूरी करने वाले स्थान उज्जैन रोड पर बन रही जेल के पास बने पुराने पुलिस क्वार्टर जो जीर्ण शीर्ण हो गए हैं वहां पर मजदूरी करने वाले रहते हैं जाकर अपनी बेटी के विवाह करने की सारी तैयारियां पूरी कर ली। शाम को बारात आना थी, किंतु सूचना मिलने पर लाडो अभियान कोर ग्रुप और चाइल्ड लाइन के सदस्य मौके पर पहुंच गए। उड़नदस्ता प्रभारी महेंद्र पाठक ने बताया कि परिजनों से जब बालिकाओं की उम्र कम होने के कारण विवाह न करने की बात कही गई तो उन्होंने पहले तो बेटियों को बालिग बताया बाद में बालिकाओं की दादी ने अपनी और बच्चियों की माता के बीमार रहने का कारण बताते हुए जल्दबाजी में शादी करने की बात कही। पिता कमलनाथ ने कहा कि उनके यहां विवाह के 5 साल बाद होने का रिवाज है इसके चलते पर शादी के बाद भी बेटी को विदा नहीं करेंगे। पाठक ने परिजनों से बालिकाओं की आयु का प्रमाण मांगा तो उन्होंने दस्तावेज अपने घर पर होने की बात कहकर डालने का प्रयास किया बाद में सख्ती करने पर परिवार ने अंकुश सूची और आधार कार्ड प्रस्तुत किए जिसके अनुसार बालिकाओं की उम्र कम पाई गई। पाठक ने बताया कि परिजनों द्वारा प्रस्तुत की गई स्कूल की अंकसूची ओं में बालिकाओं की जन्मतिथि के साथ वर्ष में बार-बार बदलाव देखने को मिला किसी में बालिका का जन्म 2006 में हुआ था तो किसी में वर्ष 2010 दशार्या गया है। बालिकाओं ने अपनी आयु के संबंध में मौखिक जन्मतिथि के अनुसार वर्ष 2004 और 2005 में जन्म होना बताया। आधार कार्ड में भी उनकी जन्मतिथि अलग ही थी दस्तावेजों में उम्र सही रूप से प्रमाणित नहीं होने और सामने आए दस्तावेजों के अनुसार एक बालिका की उम्र 17 वर्ष और दूसरी की मात्र 15 वर्ष प्रमाणित हुई जिसके चलते परिजनों को समझाइश देकर बाल विवाह निरस्त कराया गया। इस अवसर पर चाइल्ड लाइन की मंजू चौधरी, गौरव तिवारी व अभिषेक भी उपस्थित थे। मामले में देवगुराडिया और भिचोली मदार्ना कांकड निवासी वर पक्ष को फोन पर समझाइश दी। एसडीएम प्रिया पटेल ने जानकारी के आधार पर वर पक्ष के घर दल भेजा और बारात निरस्त करवाई।