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हिल स्टेशन पर लोगों की भीड़ बढ़ा रही है चिंता

  • 09 Jul 2021

मसूरी. कोरोना की दूसरी लहर जैसे ही कुछ कम हुई, लोग छुट्टियां मनाने के लिए पहाड़ों में चल दिए. लगातार उमड़ रही भीड़ और कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच अब पहाड़ों पर सख्ती शुरू हो गई है.
केम्पटी फॉल को लेकर नियम हुए सख्त
उत्तराखंड के मसूरी की मशहूर केम्पटी फॉल (Kempty fall) का वीडियो बीते दिनों वायरल हुआ था, जहां झरने के नीचे सैकड़ों लोग एक साथ नहा रहे थे और कोरोना का सारा डर भूल चुके थे.
वीडियो वायरल (Viral Video) होने के बाद जो आलोचना हुई, अब उसपर एक्शन लिया गया है. मसूरी की केम्पटी फॉल में अब एक साथ सिर्फ 50 लोग ही अंदर जा सकेंगे, इन लोगों को सिर्फ आधे घंटे का वक्त मिलेगा. यानी सैकड़ों लोग जो एक साथ नहाते दिख रहे थे, अब ऐसा ना हो इसके लिए एक्शन लिया गया है. 
जिला प्रशासन द्वारा जानकारी दी गई है कि झरने में नहाने के लिए हर व्यक्ति को 30 मिनट का वक्त मिलेगा, वक्त पूरा होते ही हॉर्न बजना शुरू हो जाएगा. आपको बता दें कि ये एक्शन तब हुआ है, जब एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वीडियो में लोग इस झरने के नीचे नहा रहे थे, लोगों की संख्या सैकड़ों में थी. ना ही मास्क था, ना सोशल डिस्टेंसिंग मानो कोरोना कभी आया ही ना हो. 
शिमला, धर्मशाला, कुल्लू-मनाली और मसूरी जैसे तमाम हिल स्टेशनों पर लोगों ने जैसे ठान लिया है कि मास्क पहनना नहीं है, मान लिया है कि कोरोना उनका कुछ बिगाड़ नहीं सकता. ऐसे ही निडर लोग पहली लहर के बाद पाबंदियों को तोड़कर घूम रहे थे और अप्रैल-मई में कोरोना से जैसा तांडव मचाया वो पूरे देश ने देखा, आज भी दूसरी लहर गई नहीं है और तीसरे के खतरा मंडरा रहा है.
यही वजह है कि मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet Expansion) के अगले ही दिन मंत्रियों से बात करते हुए पीएम मोदी ने आगाह किया कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि लापरवाही के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए. छोटी-सी चूक के भी गंभीर नतीजे होंगे और ये गलती महामारी के खिलाफ लड़ाई को कमजोर कर सकती है.
credit- aajtak.in