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बैतूल

हॉस्टल में वार्डन का अत्याचार, छात्राओं के मुंह पर कालिख पोत जमकर पीटा, जूतों की माला भी पहनाई

  • 07 Dec 2022

बैतूल।  बैतूल में हॉस्टल की छात्राओं को जूते की माला पहनाकर छात्रावास में घुमाने और मुंह पर कालिख पोतकर डांस करवाने का मामला सामने आया है। मामला दामजीपुरा में संचालित आदिम जाति कल्याण विभाग के कस्तूरबा गांधी कन्या छात्रावास का है। घटना के बाद से पीडि़त छात्रा इतनी डरी हुई है कि परिजनों को छात्रावास लौटने से इनकार कर दिया। कलेक्टर ने इस मामले में जांच के बाद सख्त कार्रवाई की बात कही है।
मामला सामने आने के बाद कोरकू समाज संगठन और बच्ची के परिजन मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर से इसकी शिकायत की। कलेक्टर अमनवीर सिंह बैंस ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जांच के बाद संबंधित कर्मचारी को सस्पेंड करेंगे। इधर कोरकू समाज संगठन ने जल्द कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
पिता मिलने आए तो रो पड़ी छात्रा... फिर हुआ खुलासा
ये घटना करीब एक सप्ताह पुरानी है, और वार्डन की इस करतूत का खुलासा तब हुआ जब परिजन 5वीं की छात्रा से मिलने छात्रावास पहुंचे। छात्रा ने रो-रोकर उन्हें आपबीती सुनाई। छात्रा ने परिजनों को बताया कि 400 रुपए की चोरी का इल्जाम लगाकर बेटी को बुरी तरह से प्रताडि़त किया गया। घटना पर विरोध जताते हुए छात्रावास अधीक्षिका से बात की तो उन्होंने अपनी गलती मानते हुए इसके न दोहराए जाने का भरोसा दिया।
अधीक्षिका ने 400 रुपए चोरी का आरोप लगाया
पांचवी में पढऩे वाली छात्रा ने बताया- यह बात पिछले रविवार की है। छात्रावास की अधीक्षिका सुनीता उईके ने पांच छात्राओं पर चोरी का इल्जाम लगाया। इनमें मैं भी शामिल थी। सबसे पहले अधीक्षिका ने हमें जूते-चप्पल की माला पहनाई। इसके बाद हॉस्टल के सभी कमरों में घुमाया। रात में हमारे साथ मारपीट की गई। काजल, लिपिस्टिक, पाउडर लगाया गया। हमारे बाल खुलवाए गए। इसके बाद हमें डांस करने को कहा गया। डांस करने से इनकार किया तो फिर से पीटा गया। हम पर आरोप लगाया गया कि हमने 400 रुपए चोरी किए हैं। हमने तो कोई चोरी नहीं की, फिर भी हमें जलील और प्रताडि़त किया गया।
मैडम करती हैं प्रताडि़त
आपबीती बताते समय 5वीं की छात्रा की आंखों में डर नजर आ रहा था। उसने दबी जुबान में कहा- मैडम बहुत प्रताडि़त करती हैं। छात्रावास में रोज समय पर खाना नहीं मिलता। कई बार तो दोनों टाइम खाना नसीब नहीं होता है। पहले भी इसकी शिकायत की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।