होशंगाबाद। हनीट्रैप गैंग बनाकर लोगों को ठगने वाले 4 पुलिसवालों को होशंगाबाद पुलिस दो महीने से पकडऩे में नाकाम है। रविवार को एसपी संतोष सिंह गौर ने चारों पुलिसवालों पर 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। आरोपी एसआई जय नलवाया, हेड कॉन्स्टेबल ज्योति मांझी, कॉन्स्टेबल मनोज वर्मा, एसडीओपी ऑफिस का आरक्षक ताराचंद जाटव बर्खास्त हैं। चारों आरोपी फरार हैं। अब तक पुलिस का आरोपियों तक नहीं पहुुंच पाना महकमे के लिए बड़ी किरकिरी है। अब आरोपी पुलिसवालों पर इनाम घोषित किया है, जो व्यक्ति उनकी सूचना देगा या जो पकड़ेगा उसे 5 हजार रुपए का इनाम मिलेगा।
कोतवाली टीआई संतोष सिंह चौहान ने बताया कोतवाली के सब इंस्पेक्टर जय नलवाया, प्रधान आरक्षक ज्योति मांझी, आरक्षक मनोज वर्मा, एसडीओपी कार्यालय का आरक्षक ताराचंद जाटव फरार है। इनको पकडऩे के लिए कई प्रयास किए गए, लेकिन वे हाथ नहीं लग रहे हैं। इसलिए अब उन पर 5 हजार रुपए का इनाम रखा है। इस मामले की मुख्य आरोपी सुनीता ठाकुर है। अभी कोई भी गिरफ्तार नहीं हुआ है।
एक महीने से फरार आरोपी और इनाम सिर्फ 5 हजार
पहले आरोपियों को पकडऩे में ढिलाई और अब इतना कम इनाम घोषित होने से पुलिस अधिकारियों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। मारपीट, झगड़ों के फरार आरोपियों पर भी पुलिस 5 हजार का इनाम घोषित करती है। ब्लैकमेलिंग जैसे गंभीर अपराध के 4 आरोपी पुलिसकर्मियों पर सिर्फ 5 हजार रुपए का इनाम रखा गया। यानी एक आरोपी को पकडऩे का करीब 1200 रुपए। बड़े अधिकारी मामले में अपने अधिकारों का उपयोग करने से भी बचते नजर आ रहे हैं।
गैर जमानती धाराएं लगी, पकड़े गए तो जेल जाना पड़ेगा
फरार पुलिसकर्मियों के ऊपर गैर जमानती धाराएं हैं। इसलिए उन्हें किसी हालात में नहीं बख्शा जाएगा। आरोपियों ने पहले कोर्ट से जमानत भी लेने के प्रयास किया, लेकिन जमानत निरस्त हो गई। बाद में त्योहार मनाने के लिए भागते रहे। अब वे गिरफ्तार होंगे तो सीधे जेल जाएंगे, लेकिन इसके पहले ब्लैकमेलिंग की पूरी कहानी पुलिस को बताना होगा।
नए एसपी के सामने बड़ी चुनौती है पूरा सिस्टम
नए एसपी गुरकरन सिंह के सामने लूट, चोरी, मारपीट की घटनाओं के साथ अपनी टीम को लेकर नई चुनौती मिलेगी। एसपी को ऐसे लोगों से काम लेना है जो अपराधियों को पकडऩे के लिए इतना समय लगा रही है। आखिर क्यों अपने ही थाने के पुलिस वालों को पकडऩे से मौजूदा पुलिस वाले हिचकिचा रहे हैं। नए एसपी के सामने अब बड़ा चैलेंज रहेगा।
खबरी नेटवर्क, तकनीक भी काम नहीं आ रही
कोतवाली पुलिस फरार पुलिस वालों को पकडऩे के लिए सारे तरीके अपना चुकी है। आरोपी पुलिस के तरीकों से वाकिफ हैं इसलिए चुनौती बने हैं। पुलिस ने घर पर दबिश दी। मोबाइल लोकेशन का सहारा लिया। कॉल डिटेल की जांच की। साथ ही पुलिस के खबरी नेटवर्क को सक्रिय किया गया। फोटो लेकर भी तलाश किया गया, लेकिन वे हाथ नहीं आ रहे हैं।
होशंगाबाद
हनीट्रैप गैंग-चारों ब्लैकमेलर पुलिसकर्मी फरार, 5 हजार रुपए का इनाम
- 06 Sep 2021