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सागर

हनुमान चालीसा पर नोटिस- छात्र बोले- विवि में ही पांच मंदिर; किसी की भावनाएं आहत करने नहीं किया पाठ

  • 22 Jul 2022

सागर। सीहोर के एक निजी शिक्षण संस्थान के छात्रावास में हनुमान चालीसा पाठ करने वाले छात्रों पर जुर्माना लगाने के मामले पर विवाद खड़ा हो गया था। प्रदेश सरकार के दखल के बाद संस्थान को कार्रवाई वापस लेना पड़ी थी। इसके बाद हनुमान चालीसा करने का मामला डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर में भी सामने आया है। हालांकि छात्रों पर अब तक कार्रवाई नहीं की गई है। लेकिन मामले की जांच विवि के प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने शुरू जरूर कर दी है। दरअसल, पिछले दिनों विवि के गणित विभाग के गार्डन में हनुमान चालीसा पाठ हुआ था।
इस मामले में गुरुवार को दो छात्रों शुभांक चाचोंदिया और पुष्पराज पटेल की प्रॉक्टोरियल बोर्ड में सुनवाई हुई। विवि के प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने नोटिस देकर उन्हें बुलाया था। चूंकि मामला धर्म से जुड़ा हुआ है। लिहाजा, दोनों छात्रों के समर्थन में बड़ी संख्या में अन्य छात्र भी मेन ऑफिस के बाहर पहुंच गए। सुनवाई शुरू होने के पहले बड़ी संख्या में छात्र जुटने से स्थिति बिगड़ती, उसके पहले ही दोनों छात्रों ने वहां पहुंचकर अन्य छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की। इसके बाद सुनवाई शुरू हुई। विवि की प्रॉक्टर प्रो. चंदा बेन ने दोनों छात्रों को जांच समिति के समक्ष बुलाया। प्रॉक्टोरियल बोर्ड के 6 सदस्यों ने दोनों छात्रों से करीब 2 घंटे पूछताछ की। इस दौरान दोनों ही छात्रों ने स्पष्ट रूप से यह कहा कि वहां पहले से ही हनुमान चालीसा का पाठ चल रहा था, जिसमें हम दोनों शामिल हुए थे और हनुमान चालीसा पाठ किया था। हमारा उद्देश्य किसी अन्य की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का नहीं था। फिलहाल, प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने भी किसी प्रकार की कार्रवाई छात्रों पर नहीं की है। दोनों के जवाब जरूर ले लिए गए हैं। आने वाले दिनों में बोर्ड का फैसला सामने आ सकता है।
नरोत्तम मिश्रा ने कहा था- हिंदुस्तान में नहीं तो चालीसा और कहां करेंगे?
सीहोर प्रकरण के बाद प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तो यह तक कह दिया था कि छात्र हिंदुस्तान में नहीं तो हनुमान चालीसा का पाठ और कहां करेंगे। उन्होंने संस्थान को संदेश भी भेजा था कि छात्रों पर हनुमान चालीसा का पाठ करने पर कोई जुर्माना नहीं लगाया जाना चाहिए। छात्रों को सलाह दी जा सकती है, लेकिन ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती। इसके बाद संस्थान ने कार्रवाई वापस ले ली थी।
अपना पक्ष रखा
छात्रों ने स्वयं जांच समिति के सदस्यों के समक्ष अपना पक्ष लिखित रूप से रखा, जिसमें बताया है कि उक्त प्रकरण में सम्मिलित थे परंतु उनके द्वारा इसका आयोजन नहीं कराया गया। आयोजन जिन छात्रों ने कराया है उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। परंतु विश्वविद्यालय के नियमों के पालन में हम भविष्य में ऐसा कोई कार्य विश्वविद्यालय परिसर में नहीं करेंगे।
छात्रों ने अपना पक्ष रखा है, अभी कार्रवाई नहीं हुई
प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने छात्रों को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया था। फिलहाल, किसी भी छात्र पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बोर्ड मामले की जांच कर रहा है।
- डॉ. विवेक जायसवाल, मीडिया अधिकारी, सागर विवि